गाभिन (गर्भवती) बकरी से संबंधित पूरी जानकारी [अक्टूबर 2023]

गाभिन (गर्भवती) बकरी: आज के इस आर्टिकल में हम आपको गाभिन (गर्भवती) बकरी से संबंधित सारी जानकारी देने वाले हैं। जैसे बकरी कितने महीने में गाभिन हो जाती है, अगर आप की बकरी हीट में नहीं आ रही तो उसे हीट में कैसे लाएं, गाभिन बकरी की देखभाल कैसे करें? इन सब के बारे में हम आपको बताएंगे। जिससे आपको बकरी पालन में बहुत मदद मिलेगी और आपका बहुत फायदा भी होगा।

बकरी कितने महीने की गाभिन होती है?

बकरी की गर्भावस्था की अवधि आमतौर पर 5 महीने यानी 150 दिन से 155 दिन के बीच होती है, लेकिन यह समय विभिन्न प्रकार की बकरियों के बीच थोड़ी भिन्न हो सकता है। यह गर्भावस्था की अवधि नस्ल और व्यक्ति के पालने-पोषण के प्रति निर्भर कर सकती है। तो उसके लिए गाभिन या क्रॉस करवाने की सही उम्र 10 महीने से लेकर 12 महीने तक होती है। अगर कोई बकरी हीट में आई है तो उस बकरी को 8 से 16 घंटे के बीच में बकरे के साथ क्रॉस करवाना चाहिए।

Bakri kitne mahine ki gabhin hoti hai

यदि बकरी सुबह के समय में हीट में आती है तो उस बकरी को शाम के समय गाभिन करवाएं। यदि शाम के समय हीट में आती है तो उस बकरी को सुबह के समय गाभिन करवाएं।

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बकरी गाभिन है या नहीं कैसे पता करे? (Bakri garbhvati hai ya nahi kaise pata kare?)

बकरी प्रेग्नेंट है कैसे पता करें: जो बकरी पहली बार गाभिन होती है उसका आप बड़ी आसानी से पता कर सकते हैं कि वह बकरी प्रेग्नेंट है या फिर नहीं। जब बकरी पहली बार गाभिन होती है तो उसके शरीर में बहुत सारे परिवर्तन देखने को मिलते हैं जैसे बकरी पहले से ज्यादा हेल्दी होने लगेगी, और मोटी होने लगेगी।

इसके अलावा बकरी का आहार भी दोगुना हो जाएगा, बकरी पहले से ज्यादा चारा खाने लगेगी, और इसके बालों में एक अलग सी चमक नजर आएगी, इसके अलावा गर्भधारण के बाद थन धीरे-धीरे बड़ा होने लगेगा और थन के आसपास का क्षेत्र भी बड़ा होने लगेगा। इन सभी बिंदुओं के माध्यम से आप पहचान सकते हैं कि बकरी प्रेग्नेंट है या नहीं।

जो बकरी दो से तीन बार बच्चे दे चुकी है, उसकी पहचान कैसे करें कि वह गर्भवती (प्रेग्नेंट) है या नहीं? यदि बकरी का गर्भकाल 3 माह से अधिक का हो, तो बकरी का थोड़ा सा दूध एक बर्तन में लेकर जांच लें। इसमें आपको पीलापन दिखेगा और दूध गाढ़ा होकर बर्तन में चिपकने लगेगा. अगर बकरी के दूध में पीलापन और गाढ़ा पान दिखाई दे, तो समझ लेना की बकरी प्रेग्नेंट है।

गाभिन बकरी को क्या खिलाएं?

Gabhin Bakri ko kya khilana chahie

गर्भवती बकरी को सही आहार देना ज़रूरी है, ताकि वह और उसके बच्चे स्वस्थ रहें। निम्नलिखित आहार सामग्री गर्भवती बकरियों के लिए उपयुक्त हैं:

  • हरा चारा– हरे चारे की बहुत अच्छे मात्रा आप रखें और उसे गाभिन बकरी को खिलाएं। हरा चारा गाभिन बकरी को हमेशा दोपहर के समय खिलाएं। हरे चारे में आप पेड़ों की हरी पत्तियां, हरी घास, बरसी आदि खिला सकते है।
  • सूखा चारा– गाभिन बकरी को हमें सूखा चारा भी देना है सूखा चारा गाभिन बकरी को 20% खिलाना है जोकि फाइबर के लिए बहुत अच्छा रहता है और गाभिन बकरी को सूखा चारा सुबह के समय दें।
  • दाना मिश्रण– दाना मिश्रण में हमें विशेष तोर से जो अनाज लेने हैं मक्का, गेहूं, जो यह हमें 50% लेने हैं इसके अलावा 20% हमें बकरी को खली भी देनी है खली में आप बिनोले की खली, सरसों की खली।
  • चोकर– इसके बाद गाभिन बकरी को 20% चोकर भी देना है। चोकर में आप गेहूं का चोकर, चने का चोकर या चने के छिलके का चोकर भी आप ले सकते हैं
  • दाल– गाभिन बकरी को 5% दाल भी देनी है दालों में आप अरहर की दाल, मूंग की दाल, चने की दाल आदि इसके अलावा आप कोई भी डाल ले सकते हैं।

गर्भवती बकरी को किस प्रकार का भोजन देना चाहिए?

अगर आप बकरियां पाल रहे हैं तो बकरी पालन की सफलता काफी हद तक मादा बकरियों के प्रजनन पर निर्भर करती है। यदि प्रजनन ठीक से नहीं किया गया है तो यह व्यवसाय की विफलता का संकेत है। बकरी को प्रजनन चक्र ठीक करने के लिए उचित पोषण देना चाहिए।

बकरी का गर्भकाल 5 माह का होता है। ब्याने के 60 दिन बाद बकरी को गाभिन करवा देना चाहिए और उसके बाद 15 से 20 दिन के बाद उसे 200 से 300 ग्राम अनाज देना चाहिए। तथा 300 से 400 ग्राम भूसा मिलाकर हरा चारा देना चाहिए।

जब बच्चा गर्भ के अंदर आता है तो बकरी के अंदर पोषक तत्वों की जरूरत बढ़ जाती है। इस कारण बकरी को हरा चारा और अनाज उचित मात्रा में खिलाना चाहिए। यदि इस समय बकरी के पोषक तत्वों पर उचित ध्यान न दिया जाए तो उसके बाद बकरी के दूध और बच्चे पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

आकार के अनुसार कुल मात्रा का पांचवां भाग तक दाना दें। आप बकरी को बरसीम या लूसर्न घास दे सकते हैं। अगर बकरी को अफरा की समस्या है तो आप घास के साथ पुआल भी खिला सकते हैं। तथा बकरी को प्रजनन के समय अधिक दूर नहीं ले जाना चाहिए।

बकरी को हीट में लाने का तरीका

Bakri ko heat mein lane Ka Tarika

बकरी को हीट में लाने के लिए हम आपको 2 प्रोसेस बताने वाले हैं:

  1. डीवॉर्मिंग- डीवॉर्मिंग का मतलब है यानी पेट के कीड़े मारने की दवा अगर आप अपनी बकरियों की डीवॉर्मिंग नहीं करवाओगे। तो आपकी बकरी समय पर हीट में नहीं आएगी और आपको इससे नुकसान होगा इसलिए डीवॉर्मिंग जरूर करवाएं।
  2. मिनरल मिक्सर- आप बकरी को जन्म के समय से ही मिनरल मिक्सर देना शुरू कर दे। मिनरल मिक्सर आपको 20 से 25 विटामिन वाला लेना है और यह बकरी को 20 से 30 ग्राम रोजाना देना है इससे आपकी बकरी बहुत अच्छी हीट में आएगी।

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बकरी को हीट में लाने का देशी तरीका

मोठ दाल (Turkish Gram)- 100 ग्राम मोठ की दाल को किसी कपड़े में बांधकर उसे 1 मिनट तक पानी में भिगो ले और उसे 8 से 10 घंटे (1 रात) रख दे। उसके बाद मोठ की दाल अंकुरित हो जाएगी फिर उसमें एक कप सरसों का तेल मिलाकर अपनी बकरी के सामने रख दें और उसे बकरी अच्छे से खा लेगी।

यदि उसे बकरी नहीं खाती है तो बकरी को थोड़ी देर भूखा रखकर उसे खिलाए। इससे बकरी मोठ की दाल को आराम से खा लेगी। इसके बाद बकरी जरूर हीट में आ जाएगी।

गाभिन बकरी की देखभाल कैसे करें?

Gabhin Bakri ki dekhbhal kaise karen.

गाभिन बकरी की देखभाल करना बहुत जरूरी है, ताकि उसका बच्चा स्वस्थ और सुरक्षित पैदा हो सके। अगर आप उसके देखभाल नहीं करते हैं तो इससे आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है और आपके बकरी पालन में बहुत घाटा होगा। गर्भवती बकरी की देखभाल के लिए कुछ सुझाव निम्नलिखित हैं:

  • गाभिन बकरी का आवास एकदम से साफ सुथरा होना चाहिए, हवादार होना चाहिए, वहां पर गीलापन नहीं होना चाहिए और किसी भी शोर-शराबे से एकदम दूर होना चाहिए। चाहे बारिश हो, चाहे गर्मी हो, चाहे सर्दी हो हर मौसम में गाभिन बकरी को उसके अनुकूल होना चाहिए उसके स्वास्थ्य के अनुकूल होना चाहिए।
  • गाभिन बकरी को पानी की भरपूर मात्रा होनी चाहिए और पानी एकदम से साफ पीने लायक होना चाहिए। गंदा पानी गाभिन बकरी या किसी भी बकरी को बिल्कुल भी न पिलाएं। खास तौर पर गाभिन बकरी को बिल्कुल भी न पिलाएं। अगर सर्दी का मौसम है तो गाभिन बकरी को हल्का गर्म पानी पिलाई यदि गर्मी का मौसम है तो हल्का ठंडा पानी पिलाई जो हमारे पीने लायक होता है।
  • गाभिन बकरी को अन्य बकरियों से अलग रखें और मुख्य रूप से गाभिन बकरी को बकरे से अलग रखें। क्योंकि गाभिन बकरी को किसी भी प्रकार की चोट छोटी मोटी भी बकरी के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है।
  • गाभिन बकरी जहां पर भी बैठती है वह जगह सॉफ्ट और मुलायम होनी चाहिए या फिर गाभिन बकरी के नीचे सूखी पुराल डाल दे जिससे बकरी को बैठने में कोई परेशानी ना हो। इसके अलावा वह जगह समतल भी होनी चाहिए।
  • गाभिन बकरी को बियाने में अगर 15 से 10 दिन है तो उस बकरी को चरने के लिए बाहर अन्य बकरियों या बकरों के साथ न भेजें। बल्कि उस बकरी को घर पर ही चराये।

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FAQ. गाभिन (गर्भवती) बकरी से संबंधित प्रश्न-उत्तर

  1. बकरी प्रेग्नेंट है या नहीं कैसे पता करें?

    आप बकरी के पेट को ध्यान से छूकर महसूस कर सकते हैं। गर्भवती बकरियों के पेट में बच्चे होने के कारण उनके पेट का आकार बढ़ सकता है। यदि आपको पेट में गर्भ की उपस्थिति महसूस होती है, तो यह संकेत हो सकता है कि बकरी गर्भवती है। यदि आपको सही जानकारी चाहिए तो आप अपने पशु चिकित्सक को बुलाकर चेक करवा सकते हैं वह आपको सही जानकारी बता देगा।

  2. बकरी हिट पर कब आती है?

    उत्तरी भारत में बकरियों को 15 सितंबर-नवंबर और 15 अप्रैल-जून के बीच गर्भ धारण करना चाहिए। सही समय पर गर्भवती बकरियों द्वारा नवजात मेमनों की मृत्यु दर कम होती है। “

  3. बकरी का गर्भकाल कितना होता है

    बकरी का गर्भकाल आमतौर पर 5 महीने (यानि 150 दिन) का होता है। गर्भकाल के दौरान बकरी को उचित आहार और देखभाल की आवश्यकता होती है ताकि वह स्वस्थ रहें।

  4. बकरी कितने दिन में बच्चा देती है?

    बकरी आमतौर पर 5 महीने और 5 दिन (कुल मिलाकर लगभग 150 दिन) के गर्भकाल के बाद बच्चा पैदा करती है। अधिकांश बकरियां 170 से 180 दिनों के बीच बच्चे को जन्म देती हैं।

  5. बकरी कितने महीने में बच्चा देती है?

    बकरी आमतौर पर 5 महीने के गर्भकाल के बाद अपने बच्चों को जन्म देती है।

  6. बकरी के पेट में बच्चा मर जाए तो क्या करें

    यदि बकरी के पेट में बच्चा मर जाता है तो हमें बिना देर किए किसी अच्छे पशु चिकित्सक को संपर्क करना चाहिए और बिना देर किए बच्चे को पशु चिकित्सक की मदद से निकाल देना चाहिए, नहीं तो बकरी की जान को खतरा हो सकता है।

  7. बकरी को गाभिन कैसे करें?

    सुनिए, बकरियां आमतौर पर 24-40 घंटों तक मदकाल में रहती हैं, और इस सीमित समय अवधि में प्रजनन योग्य बकरे से गर्भाधान कराने पर गर्भधारण करती है। यदि बकरी रात के समय मध्यकाल में आये, तो वह अगली सुबह और रात में गर्भवती होगी। सुबह आने वाली बकरियों को उस रात और अगले दिन सुबह गर्भवती होना चाहिए।

  8. बकरी को ब्याने के बाद क्या खिलाना चाहिए?

    बकरी के ब्याने के बाद, एक गिलास पानी में 50 ग्राम गुड़, 5 से 10 ग्राम अजवाइन डालकर कुछ देर तक पकने के लिए रख दें, इसके बाद इसे ठंडा होने दें और फिर इसे 3 से 4 दिन तक रोजाना अपनी बकरी को खिलाएं। गर्भाशय में जो भी गंदगी होगी वह बाहर आ जायेगी और बकरी अधिक दूध भी देगी।

  9. बकरी प्रेग्नेंट कैसे होती है?

    बकरी तब गर्भवती होती है जब नर (बकरा) बकरी के साथ समागम करता है और गर्भावस्था के दौरान अंडाणु और बीज एक साथ मिल जाते हैं। बकरी का प्रजनन आमतौर पर समागम के माध्यम से होता है, जिसमें एक मादा बकरी नर (बकरे) के साथ समागम करती है और गर्भाधान की प्रक्रिया उनके गर्भधारण की अवधि के दौरान शुरू होती है।

  10. क्या 3 महीने की बकरी गर्भवती हो सकती है?

    बकरी की गर्भावस्था की अवधि आमतौर पर 5 महीने या 150 से 155 दिन के बीच होती है। इसलिए 3 महीने की बकरी गर्भवती होने की संभावना बहुत कम होती है।

Conclusion

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको गाभिन (गर्भवती) बकरी से संबंधित डिटेल में जानकारी दी है।

आप हमें कमेंट करके बताएं कि हेलो आपकी बकरी गाभिन है या नहीं। और उसकी देखभाल कैसे करते हैं।

अगर आपकी कोई राय है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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