मुर्गी पालन कैसे करें | मुर्गी फार्म कैसे खोलें?

Murgi palan kaise kare: यदि आप कम से कम 500 से 1000 मुर्गियों की छोटी लेयर फार्मिंग शुरू करके छोटे स्तर पर मुर्गी पालन (poultry farming) का यह व्यवसाय शुरू करते हैं, तो बेहतर होगा कि आप अपनी आर्थिक स्थिति के आधार पर एक छोटा या बड़ा मुर्गी फार्म/Murgi Farm खोलें।

आज के आर्टिकल में हम आपको मुर्गी पालन कैसे करें और मुर्गी फार्म कैसे खोलें? इसके बारे में विस्तार से बताने वाले है। आज के समय में गांवों और शहरों में दूध और अंडे की खपत दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

murgi palan kaise karen

दिन प्रतिदिन अपनी बढ़ती मांग के कारण Poultry Farming Business in Hindi आज के समय में सबसे अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय बन चुका है।

मुर्गी/कुक्कुट पालन किसे कहते हैं?

मुर्गी पालन एक व्यवसाय है और जहां मुर्गियों को पालने के लिए एक पोल्ट्री फार्म का निर्माण किया जाता है वर्तमान समय में अंडा व मांस की मांग बढ़ती जा रही है क्योंकि अंडे और मांस में भरपूर मात्रा में विटामिन होता है जो मानव मानव शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है।

मुर्गी पालन के प्रकार (Types of Poultry Farming)

मुर्गी पालन दो प्रकार का होता है:

  1. ब्रायलर मुर्गी पाल: मीट के लिए मुर्गी पालन (बॉयलर मुर्गी पालन कैसे करें)
  2. लेयर मुर्गी पालन: अण्डों के उत्पादन के लिए मुर्गी पालन (लेयर मुर्गी पालन कैसे करें)

घर पर मुर्गी पालन कैसे करें? | Murgi palan kaise kare

घर पर मुर्गी पालन कैसे करते हैं सबसे पहले आपको मुर्गी के रहने के लिए एक घर बनाने की आवश्यकता पड़ेगी जिससे कि गर्मी, बरसात, धूप से उनको कोई हानि ना हो फिर आप मुर्गी को उसके घर अंदर रख सकते है साथ ही उनके खाने के लिए दाना और पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था करनी है।

ghar par murgi palan kaise kare

मुर्गी पालन के लाभ

मुर्गी पालन से हमें कई प्रकार का लाभ होता है जो निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • अगर आप मुर्गी पालन व्यवसाय करते हैं तो हमें अंडा व मांस प्राप्त होता है।
  • मुर्गी के मल को खेतों में खाद के रूप में उपयोग किया जाता है जो की फसलों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
  • मुर्गी पालन व्यवसाय में कम लागत और मुनाफा अधिक होता है।

मुर्गी पालन कैसे करें/ मुर्गी फार्म कैसे खोलें?

मुर्गी फार्म खोलने से पूर्व हमें निम्नलिखित विषयों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जो इस प्रकार है।

  • मुर्गी फार्म खोलने के लिए सबसे पहले मुर्गी पालन का प्रकार चुने, ब्रायलर या लेयर मुर्गीपालन
  • अगर आप मुर्गी फार्म खोलना चाहते हैं तो उसके लिए उचित स्थान होना चाहिए।
  • चयनित स्थान पर शेड या पोल्ट्री फार्म सेटअप तैयार करवा लें
  • चूजों के लिए अच्छे पोल्ट्री फार्मिंग सेंटर से संपर्क करें
  • मुर्गी के पीने के लिए स्वच्छ पानी होना चाहिए।
  • मुर्गी के खाने के लिए दाना की आवश्यकता पड़ती है बाजार से खरीद कर मुर्गी को दे सकते हैं।
  • ग्रीष्म ऋतु में मुर्गियों को गर्मी से बचाने के लिए पंखे लगाना चाहिए।
  • मुर्गी जो मल मूत्र त्यागती है समय-समय पर साफ सफाई करना चाहिए जिससे मुर्गी को बीमारी ना हो।
  • लेयर मुर्गी पालन में आप अंडों के लिए बाजार तय करना चाहिए।

बकरी पालन

मुर्गी पालन करने का तरीका

मुर्गी की नस्ल को कैसे चुने?

मुर्गी में तीन प्रकार की नस्लें पाई जाती हैं जिनका नाम कोब चिक्स, रोस चिक्स, हावर्ड चिक्स अगर आप बिजनेस करना चाहते हैं तो यह तीनों नस्ल आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा अब हम बात करते हैं कोब चिक्स के बारे में इसकी टांगे पीले रंग की होती है और इसका वेट ग्रोथ भी बहुत तेजी से होता है लेकिन इस मुर्गी का वजन थोड़ा कम होता है.

अब बात करते हैं रोस चिक्स के बारे में इसकी टांगे हल्के पीले रंग की होती है इसकी कीमत कोब चिक्स से थोड़ा कम होता है ज्यादातर पोल्ट्री फार्म में इस मुर्गी को पालते हैं अब बात करते हैं हावर्ड चिक्स इसकी टांगे सफेद होती है और इसकी परफॉर्मेंस दोनों वर्ड से कम होता है यह 5 महीने में तैयार हो जाती है और इसका वेट दोनों के मुकाबले ज्यादा होता है।

मुर्गी पालन के लिए जमीन की कितनी आवश्यकता होती है?

मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए साफ सुथरी जगह होनी चाहिए। अगर आप छोटे स्तर पर मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप अपने घर के आसपास अपनी किसी भी जमीन का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसे अपने घर की छत पर भी कर सकते हैं।

अगर आप बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि–

  • मुर्गी पालन व्यवसाय आपको ऐसी जगह पर शुरू करना चाहिए जहां पानी की आसानी से व्यवस्था हो सके.
  • इसके साथ ही ऐसी जगह पर मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहिए। जहां आने-जाने की व्यवस्था भी अच्छी हो।

मुर्गी के रहने की व्यवस्था कैसे करें?

  • अगर आप मुर्गी पालन के बारे में सोच रहे हैं सबसे पहले आपको उनके रहने के लिए सैड तैयार करना होगा।
  • सेट तैयार करने के लिए जो आपको सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी उनके नाम रेता, सीमेंट, ईट, सीमेंट की चादर आदि
  • मुर्गी के खाने लिए दाना और पीने के लिए पानी, एक डिब्बा होना चाहिए ।

साफ सफाई का ध्यान रखें।

हमें पोल्ट्री फार्म में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए पोल्ट्री फार्म में मुर्गी जो मल मूत्र करती है उसे प्रतिदिन साफ करना चाहिए क्योंकि अगर हमने साफ सफाई नहीं की तो मुर्गी के बीमारी बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है.

इस बीमारी का नाम बर्ड फ्लू है यह तेजी से पक्षियों में फैलता है धीरे-धीरे मुर्गियां मरने लगती हैं बीमारी से बचने के लिए हमें पोल्ट्री फार्म में चूने का छिड़काव करना चाहिए।

मुर्गी पालन के लिए खान पान समय पर करें

मुर्गी का खाने का समय प्रातः 7:00 से 9:00 तक और शाम को 4:00 से 6:00 तक देना चाहिए गर्मी के समय मुर्गियां खाना-पीना कम कर देती है इस समस्या को दूर करने के लिए हमें प्रोटीन, ऊर्जा, मिनरल, विटामिन की मात्रा बढ़ा देना चाहिए जिससे कि इनके कम खाने पर भी इन्हें भरपूर प्रोटीन मिल जाए।

और दोपहर के समय मुर्गियों को विटामिन सी अलग से देना चाहिए क्योंकि गर्मी के समय मुर्गी ज्यादा पानी पीते हैं और ज्यादा बीट करते हैं जिसमें उनका ज्यादा पोटेशियम चला जाता है उसके लिए हमें कैल्शियम फास्फोरस पोटैशियम सोडियम क्लोराइड इन पांच तत्वों को पानी में मिलाकर मुर्गी को पिलाना चाहिए।

मौसम के हिसाब से रखें मुर्गी का ध्यान

भारत एक ऐसा देश है जहां पर चार ऋतु में होती है ग्रीष्म ऋतु, शीत ऋतु, वर्षा ऋतु, बसंत ऋतु किंतु मुर्गियों को बसंत ऋतु छोड़कर बाकी सारी ऋतु में प्रभाव पड़ता है जो निम्नलिखित इस प्रकार है।

ग्रीष्म ऋतु-

ग्रीष्म ऋतु में मुर्गियां दाना कम खाने लगती है उनका वजन भी कम हो जाता है और अंडे भी कम देने लगती है इसके कारण मार्केट में इनका मूल्य कम हो जाता है। यह प्रभाव गर्मी के कारण होता है इनके बचाव के लिए हमें पोल्ट्री फार्म के किनारे बड़े छायादार वृक्ष लगाने चाहिए जिससे इन्हें गर्मी कम लगे और पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की संख्या भी कम रखनी चाहिए साथ ही फार्म में हवा पासिंग के लिए जगह छोड़नी चाहिए जिससे मुर्गियों को गर्मी कम लगे अगर आपके पास पैसे का साधन हो तो आप पंखे भी लगा सकते हैं जिससे मुर्गियों को ठंडी हवा मिलती रहे।

शीत ऋतु-

अगर आपने मुर्गी पाल रखी है तो सबसे पहले आपको मुर्गी के पोल्ट्री फार्म के चारों तरफ इनका बाड़ा लगाना है मतलब की उसके किनारे कपड़े या कट्टो से ढककर किल लगा देना है जिससे कपड़ा हवा मे ना उड़े और पोल्ट्री फार्म के अंदर हवा ना आ सके और दूसरा उपाय पोल्ट्री फार्म के अंदर हीटर लगा देना चाहिए जिससे मुर्गी ठंड में बची रहे और मुर्गी को हल्का गर्म करके पानी देना चाहिए।

वर्षा ऋतु-

हम जो पोल्ट्री फार्म का निर्माण करते हैं उनके दोनों तरफ बहुत ही नीचे जालिया लगा देते है जो कि गर्मियों में हवा पासिंग के लिए बनाई जाती है किंतु वर्षा ऋतु में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि जब वर्षा होती है तेज हवा के कारण पोल्ट्री फार्म में पानी आने लगता है उसके बचाव के लिए हमें, साइडों में प्लास्टिक के कट्टे लगाने चाहिए जिससे बारिश का पानी और ठंडी हवा मुर्गियों को ना लगे और वहां अमोनिया जैसी बीमारी से बची रहे जब वर्षा बंद हो जाती है तब उन कट्टों को हटा देना चाहिए जिससे कार्बन डाइऑक्साइड ना बने और मुर्गियों को ताजी हवा मिलती रहे और पोल्ट्री फार्म के अंदर भूसी और चुने का छिड़काव करना चाहिए क्योंकि फर्श जमीन बहुत ठंडी होती है जिससे मुर्गियां कम बीमार पड़ेगी और कम मरने की संभावना रहेगी।

मुर्गी के चूजे की व्यवस्था कैसे करें?

भारत में मुर्गी पालन का व्यवसाय आम हो गया है हर कोई इस बिजनेस को करना चाह रहा है क्योंकि इसमें कम खर्चा और मुनाफा अधिक होता है और यह मुर्गी के चूजे 6 महीने में तैयार हो जाते हैं अगर आप मुर्गी के चूजे खरीदना चाहते हैं तो आप झारखंड, वेस्ट बंगाल, आसाम, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्यों से भी खरीद सकते है वहां से आप अपनी आवश्यकतानुसार मुर्गी के चूजे खरीद सकते हैं।

मुर्गी के चूजे कहां से खरीदें?

आप मुर्गी के चूजे खरीदते समय किसी पर भरोसा मत कीजिएगा क्योंकि आजकल बहुत फ्रॉड चल रहा है अगर आप आर्डर करके चूजे मंगाते हैं तो आपको डिफेक्ट चूजे या खराब चूजे भेज दिए जाते हैं और बोला जाता है कि आपको चुजे चाहिए तो हम कोरियर के माध्यम से आपके घर पर पहुंचा देंगे.

और ए व्हाट्सएप नंबर दिया जाता है उससे चैट होती है फिर कहते हैं अब हमारे अकाउंट में पैसे एडवांस डाल दीजिए और हम आपका ऑर्डर पहुंचा देंगे लेकिन ऐसा नहीं होता है आपका पैसा लेने के बाद ना आपका माल नहीं पहुंचाते हैं और ना कॉल रिसीव करते हैं बल्कि ब्लैक लिस्ट में डाल देते हैं।

अब मैं आपको बताता हूं, अगर आप मुर्गी के चुजे खरीदना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आप अपने नजदीकी एजेंट से संपर्क करना होगा जो बड़ी-बड़ी पोल्ट्री फार्म खोलकर बैठे होते हैं उनके पास हर प्रकार के चूजे उपलब्ध होते हैं आप अपनी पसंद का चूजा खरीद सकते हैं आप 5 रुपए से लेकर ₹25 तक मुर्गी के चूजे खरीद सकते हैं एक बात आप खासकर ध्यान रखें आप अपने नजदीकी पोल्ट्री फार्म से ही चूजे खरीदें क्योंकि वह एजेंट दो पैसे कमाने के लिए बैठा है वह आपके साथ कोई फ्रॉड बेमानी नहीं करेगा आपको एकदम सही माल देगा।

मुर्गी की मार्केटिंग कैसे करें?

वर्तमान समय में मानव अंडा और दूध का सेवन को बहुत महत्व दे रहा है दिन बा दिन मुर्गी के अंडे और मांस की मांग बढ़ती जा रही है मुर्गी की मार्केटिंग करने के लिए सर्वप्रथम आपको एक पोल्ट्री फार्म का निर्माण करना होगा जिसमें आप मुर्गी के चूजे को रख सकते हैं साथ ही आपको उनके खाने के लिए दाना और पीने के लिए पानी व्यवस्था करनी होगी जब मुर्गी के चूजे बड़े हो जाएं तब आप उन्हें बेचकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं

मुर्गी को बीमारी से कैसे बचाएं?

हेलो दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि मुर्गी को बीमारी से कैसे बचाएं ऐसे तो मुर्गियों में कई प्रकार की बीमारियां होती है लेकिन पहले बात करते हैं पोल्ट्री फार्म के बारे सर्वप्रथम आपको पोल्ट्री फार्म मैं साफ-सफाई प्रतिदिन करनी चाहिए नमी वाले जगह मैं सुखा भूसी डालना चाहिए। पोल्ट्री फार्म में आप ध्यान देना जो मुर्गी बीमार होगी वाह सुस्त खड़ी होगी खाना पीना बंद कर दिया होगा उस मुर्गी को किसी अलग स्थान पर रखकर दवाई देना चाहिए क्योंकि दूसरे मुर्गी को भी यह बीमारी फैलने की संभावना हो सकती है।

  • पोल्ट्री फार्म के अंदर गिली जगह बिल्कुल नहीं होनी चाहिए उससे भी बैक्टीरिया बीमारी की संभावना बनी रहती है।
  • सप्ताह में एक दिन मुर्गी के पोल्ट्री फार्म की सफाई करनी चाहिए
  • मुर्गी फार्म में सप्ताह में दो बार B904 या कोर्सोंलिन-टी एच का स्प्रे करना चाहिए।

समय के अनुसर जगह बढ़ाते रहे

मुर्गी पालन के लिए आवश्यक स्थान की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने मुर्गियों के साथ अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। ऐसा माना जाता है कि एक मुर्गी को कम से कम 1 वर्ग फुट की जरूरत होती है और यदि यह स्थान 1.5 वर्ग फुट हो तो अंडे या चूजों के नष्ट होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।

1000 मुर्गियों के लिए 1300 वर्ग फीट की आवश्यकता होती है।

मुर्गी पालन से संबंधित प्रश्न

  1. गांव में मुर्गी पालन कैसे करें?

    Poultry Farming Business आप इस काम को छोटे स्तर पर अपने घर में ही शुरू कर सकते हैं. आप इसकी शुरुआत 5 मुर्गियों से लेकर 1000 मुर्गियों तक कर सकते हैं। कुछ चूजों से शुरुआत कर बेहतर मुनाफा कमाया जा सकता है।

  2. 100 मुर्गियां पालने में कितना खर्च आएगा?

    किसी भी व्यवसाय को शुरू करने की लागत उस पैमाने पर निर्भर करती है जिस पर आप इसे शुरू कर रहे हैं। अगर आप छोटे पैमाने पर मुर्गी पालन करने की सोच रहे हैं तो इसमें 50 हजार से एक लाख रुपए तक का खर्च आ सकता है।

  3. मुर्गी फार्म में कितनी कमाई है?

    अगर आप 1500 मुर्गियां पालने की योजना बना रहे हैं तो इसके लिए आपको 50,000 से 1 लाख रुपए तक का मुनाफा हो सकता है।

  4. मुर्गी के बच्चे (चूजे) का रेट क्या है?

    एक चूजे जो लगभग 30 से 45 ग्राम का होता है, उसकी कीमत बाजार में 12 से 30 रुपये होती है। 20 से 30 दिन के बाद जब बच्चा 1 से 1.25 किलो का हो जाता है तो उसे तंदूरी चिकन भी कहते हैं। बाजार में इसकी कीमत 60 से 70 रुपये प्रति किलो है।

निष्कर्ष – मुर्गी पालन कैसे करें

आज की इस पोस्ट में हमने आपको घर पर मुर्गी पालन कैसे करें?, आपके पास में कम जगह है तो, कम जगह में मुर्गी पालन कैसे करे, मुर्गी को पालने से लेकर उसके रख रखाव तक, दवाई, चारा इत्यादि सारी जानकारी यहाँ पर दी है, अगर आपका कोई भी सवाल हो तो आप हमसे कमेंट कर के पूछ सकते है

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