कोटा (करोली) बकरी की पहचान कैसे करें? नस्ल, कीमत, विशेषताएं, फोटो, कहा मिलती है

आज के इस आर्टिकल में हम आपको कोटा बकरी (Kota Goat) की पहचान कैसे करें? नस्ल, कीमत, विशेषताएं, फोटो, कहा मिलती है, इन सब के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। यदि आप इस बकरी का पालन करना चाहते हैं तो हमारी नीचे दी गई जानकारी को पढ़कर आप आसानी से कोटा बकरी का पालन सकते हैं। जिससे आपको कोटा बकरी को पालने में बहुत मदद मिलेगी।

कोटा बकरी की नस्ल (Kota Goat Breed)

Kota Goat Breed

कोटा बकरियों को “करोली” बकरी (Karoli Goat) भी कहा जाता है। कोटा बकरी का नाम उत्तर-पश्चिमी भारत के राजस्थान राज्य के कोटा जिले के नाम पर रखा गया है। सबसे ज्यादा इस बकरी की नस्ल पूरे राजस्थान और गुजरात राज्य में देखने को मिलती है।

कोटा बकरी का पालन मास, दूध और खाल उत्पादन के लिए किया जाता है। अधिकतर कोटा बकरी का पालन डेयरियों में किया जाता है। इस नस्ल की बकरी अपने सींगो के लिए बहुत प्रसिद्ध है। कोटा बकरियों की खाल का उपयोग टैनिंग उद्योग में बहुत लोकप्रिय हैं।

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कोटा बकरी की पहचान कैसे करें? (Kota Bakri Pahchan Kaise Kare)

Kota Bakri Ki Pahchan Kaise Kare

कोटा बकरी के शरीर का आकार माध्यम से बड़ा होता है। कोटा बकरी के शरीर का रंग मुख्य रूप से काला होता है। इनके कानों पर सफेद रंग के धब्बे होते हैं। लेकिन कुछ बकरियों में सफेद और भूरे रंग के धब्बे भी पाए जाते हैं। इन बकरियों का शरीर घने बालों से ढका रहता है जो छोटे और मोटे होते हैं।

कोटा बकरियों के कान लंबे होते हैं जो नीचे की तरफ झुके रहते हैं। इनके कानों की लंबाई 15 से 18 इंच होती है। और इन बकरियों के पैर लंबे होते हैं। कोटा बकरियों के सींग खड़े और पीछे की ओर मुड़े होते हैं। कोटा बकरियों (नर और मादा) का वजन अन्य स्थानीय बकरियों से अधिक होता है।

इनमें नर बकरी का वजन 50 से 55 किलोग्राम और मादा बकरी का वजन 40 से 45 किलोग्राम होता है। आमतौर पर यह बकरी 6 महीने में अपना वजन 30 किलो तक कर लेती है जबकि स्थानीय बकरियों का वजन 6 महीने में 18 से 20 किलो तक ही होता है। नर कोटा बकरी की लंबाई 80 से 85 से.मी. और मादा कोटा बकरी की लंबाई 70 से 80 से.मी. होती है।

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कोटा बकरी की कीमत (Kota Goat Price)

Kota Goat Price

यदि आप बकरी का पालन करना चाहते हैं या करते हैं तो आपको बकरी की कीमत के बारे में पता होना चाहिए। कोटा बकरी की कीमत उसकी नस्ल, उम्र और वजन पर निर्भर करती है।

कोटा बकरी की कीमत (Kota Goat Price) 11000 से 14000 रुपये के बीच होती है। और ईद के समय इस बकरी की कीमत 30,000 से 35,000 रुपये तक होती है।

नर कोटा बकरी की कीमत 250 से 300 रुपये प्रति किलो होती है।

मादा कोटा बकरी की कीमत 270 से 290 रुपये प्रति किलो होती है।

3 महीने वाले कोटा बकरी की कीमत- 4,000 रुपये

6 महीने वाले कोटा बकरी की कीमत- 5,500 रुपये

9 महीने वाले कोटा बकरी की कीमत- 10,000 रुपये

1 साल वाले कोटा बकरी की कीमत- 15,000 रुपये

क्या आप जानते है

कोटा बकरी के बच्चे की कीमत (Kota Bakri Bache Ka Price)

कोटा बकरी के बच्चों की कीमत बाजारों में उसकी मांग के कारण बहुत महंगी है। आमतौर पर बकरी के बच्चों की कीमत उसके वजन पर निर्भर करती है।

यदि आप कोटा बकरी के बच्चों को खरीदना चाहते हैं तो कोटा बकरी के बच्चे की कीमत (Kota Goat Baby Price) 3000 से 4000 रुपये तक होती है।

कोटा बकरी कहां पाई जाती है?

भारत में कोटा बकरी की नस्ल गुजरात और राजस्थान में पाई जाती है। यह बकरी मुख्य रूप से राजस्थान के कोटा जिले में ही पाई जाती है।

यदि आप कोटा बकरी को खरीदना चाहते हैं तो आपको इसकी तलाश कोटा शहर के आसपास इलाकों (जैसे बूंदी, गरोठ, झालावाड़ और भवानी मंडी आदि) में करनी चाहिए।

भोपाल में कोटा बकरी की भारी मांग है क्योंकि यह बकरी बहुत कम संख्या में उपलब्ध है। भारत में यह बकरियां बहुत कम देखने को पाई जाती है तथा इनकी कीमत भी बहुत महंगी होती है।

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कोटा बकरी की विशेषताएं

Kota Bakri Ki visheshtaye
  • कोटा बकरी पालन मास, दूध और खाल उत्पादन के लिए किया जाता है।
  • कोटा बकरी प्रतिदिन 1 से 2 लीटर तक दूध देती है।
  • कोटा बकरियों की स्तनपान अवधि 110 से 120 दिनों तक होती है।
  • नर कोटा बकरियों का वजन 50 से 55 किलोग्राम तक पहुंच जाता है जबकि मादा बकरियों का वजन 40 से 45 किलोग्राम होता है।
  • कोटा बकरी नर तथा मादा की लंबाई क्रमशः 85 तथा 70 होती है।
  • कोटा बकरी की नस्ल एक बार में 1 ही बच्चे को जन्म देती है और जुड़वा बच्चे लगभग 40% होते हैं।
  • कोटा बकरी के बच्चों का वजन जन्म के समय 1.5 से 2 किलोग्राम तक होता है।
  • कोटा बकरी किसी भी जलवायु और वातावरण को आसानी से अपना सकती है।
  • कोटा बकरी देखने में बीटल बकरी की तरह होती है।
  • कोटा बकरी का शरीर घने बालों से ढका होता है, जो मोटे और छोटे होते हैं।
  • डेयरी उत्पादन के लिए कोटा बकरी सबसे अच्छी बकरियों में से एक हैं।
  • कोटा बकरी के बाल वर्ष में 2 से.मी. बढ़ जाते हैं।
  • कोटा बकरी की खाल का उपयोग टैनिंग उद्योग के लिए किया जाता है।

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कोटा बकरी कैसे पाले?

सही जगह का चुनाव: बकरी पालन शुरू करने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जिसमें नमी न हो और चारों तरफ खुली मंजिल हो ताकि आप रोजाना बकरियों को हरा चारा खिला सकें। अगर प्राकृतिक हवा और पीने का पानी हो तो बकरियों को उठाने और खिलाने का मूल्य कम से कम होना चाहिए और आपको अधिक से अधिक लाभ मिल सकता है।

बकरियों की संख्या: शेड के अंदर जितनी बकरियां रख सकें उतनी बकरियां बिना कठिनाई के रखें।

साफ-सफाई: बकरियों के बीच के स्थानों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

बकरियों का चारा: कोटा नस्ल नियमित चराई के स्थान पर झाड़ियों, पेड़ के पत्तों और घास के शीर्ष पर ब्राउज़ करती है। बकरियों के चारे के अंदर हरी पत्तियों का प्रयोग अवश्य करें, यह उनके लिए मीलों उपयोगी है और साथ ही हम उन्हें ग्वार का भूसा, मूंगफली का भूसा आदि भी उपलब्ध करा सकते हैं।

रोग की रोकथाम और टीकाकरण कारण: पालतू बकरियों में विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ भी उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें दस्त, दस्त आदि शामिल हैं, जिनकी रोकथाम के लिए टीकाकरण का उपयोग किया जाता है।

FAQ: कोटा बकरी से संबंधित प्रश्न

Q. कोटा बकरी कितना दूध देती है?

Ans. कोटा बकरी प्रतिदिन 1 से 2 लीटर तक दूध देती है। कोटा बकरियों की स्तनपान अवधि 110 से 120 दिनों तक होती है।

Q. कोटा बकरी ब्याने के बाद क्या खिलाना चाहिए?

Ans. यदि आप कोटा बकरियों का पालन करते हैं। अगर उसमें कोई बकरी ब्याने वाली है या ब्याने के बाद, उस बकरी के खानपान में अच्छी तरह से देखभाल रखनी होगी| ब्याने के बाद कोटा बकरी को 3 से 4 दिन के बाद खाने में गेहूं का चोकर, खल और दाल की चुनी देना शुरू कर दी। कोटा बकरी के ब्याने के बाद यदि आपके पास हरा चारा हो तो बकरी को आवश्यक खिलाएं।

Q. कोटा बकरी में कौन कौन सी बीमारी होती है?

Ans. कोटा बकरियों में अनेक बीमारियां हो जाती है। जैसे निमोनिया की बीमारी, पीपीआर की बीमारी, खुरपका व मुंहपका की बीमारी, आफरा की बीमारी, दस्तों की बीमारी और थनैला आदि। यदि आप अपनी बकरियों को बीमारी से बचाना चाहते हैं। तो साल में एक बार टीकाकरण जरूर करवाएं।

Q. 10 कोटा बकरी पालने में कितना खर्चा आएगा?

Ans. कोटा बकरी पालन में आने वाला खर्चा कई चीजों पर निर्भर करता है। जैसे बकरियों की संख्या, जगह, शेड निर्माण, खाने पीने का खर्चा और बकरियों में होने वाली बीमारियों का खर्चा आदि। 10 कोटा बकरियों को पालने में खर्चा लगभग 1 से 2 लाख रुपए का आता है।

Conclusion/निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको कोटा बकरी के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। कोटा बकरी का पालन दूसरी बकरियों की तुलना में बहुत लाभदायक होता है।

आप हमें कमेंट करके बताएं कि आप कौन सी नस्ल की बकरी का पालन करते हैं और उस बकरी की कीमत क्या है।

अगर आपकी हमारे इस आर्टिकल में कोई राय हैं तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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