गाय भैंस का दूध कैसे बढ़ाएं [अगस्त 2023]: ज्यादातर पशुपालक अपने पशुओं से अधिक दूध प्राप्त करने के लिए अपनी गायों और भैंसों में हार्मोन का इंजेक्शन लगाते हैं, इसलिए वे अधिक दूध देने लगते हैं। लेकिन आपको बता दें कि इससे न सिर्फ जानवर की सेहत पर बुरा असर पड़ता है बल्कि इस दूध का सेवन करना दूसरे लोगों के लिए भी खतरनाक होता है।
यदि आप अपनी गाय भैसों का दूध बढ़ाना चाहते हैं जो नीचे हमने “गाय भैंस का दूध कैसे बढ़ाएं” उसके बारे में पूरी जानकारी दी है। इसके अलावा हमने गाय भैंस का दूध बढ़ाने के घरेलू उपाय, गाय भैंस का दूध बढ़ाने का देसी तरीका इसके बारे में भी जानकारी दी है।
जिसे पढ़कर आप आसानी से अपनी गाय भैंस का दूध बढा सकते है। इसलिए इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक ध्यान से पढ़े।
गाय भैंस का दूध बढ़ाने के घरेलू उपाय
गाय का दूध कैसे बढ़ाएं घरेलू उपाय: गाय-भैंस के दूध उत्पादन में वृद्धि के लिए हमें हमेशा हानिरहित उपाय करने चाहिए ताकि दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव न पड़े और दूध भी अधिक मात्रा में प्राप्त हो सके। इन उपायों को करने से उच्च गुणवत्ता वाला दूध अधिक मात्रा में प्राप्त किया जा सकता है। हालांकि, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें गाय-भैंस के आहार पर भी ध्यान देना चाहिए। साथ ही इनके रख-रखाव और देखभाल पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गाय-भैंस या पशुओं का दूध बढ़ाने के घरेलू उपाय इस प्रकार हैं-
1. गाय-भैंस को लोबिया खिलाये
पशुपालन विभाग के अनुसार लोबिया घास खिलाने से गाय भैंस का दूध बढ़ता है। लोबिया में पाये जाने वाले औषधीय गुण दुधारू गायों के दूध उत्पादन में वृद्धि करते हैं। गायों और भैंसों के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता। लोबिया घास की विशेषता यह है कि यह घास अन्य घासों की अपेक्षा पचने में आसान होती है। यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, जो गायों के लिए जरूरी होता है। ऐसे में अगर हम अपनी गायों को लोबिया घास खिलाएंगे तो इससे स्वाभाविक रूप से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी।
2. पपीते से गाय भैंस का दूध बढ़ाएं
आप पपीते की मदद से अपनी भैंस का दूध बढ़ा सकते हैं। पपीता बाजार में आसानी से मिल जाता है। और आप बाजार से खरीद कर दूध बढ़ा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको कच्चे पपीते का इस्तेमाल करना होगा। आपको 2 किलो कच्चा पपीता लेना है।
सबसे पहले पपीते के अंदर के हिस्से को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. उसके बाद पपीते को पानी के अंदर ही पका लेना है। इसके अलावा 100 ग्राम मेथी लेकर उसे भी पका लें। इसके बाद इसे उतार लें। फिर इसे ठंडा करके गाय भैंस को दे दें। भैंस को दिन में एक बार देना होता है। और इसे 3 दिन तक लगातार देना है। इसके बाद आप इसे कुछ दिन छोड़ कर दे सकते हैं।
3. सरसों के तेल से गाय भैंस का दूध बढ़ाएं
भैंस का दूध बढ़ाने के लिए सरसों का तेल भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए आप जो भैंस को खली देते हैं उसमें 100 ग्राम सरसों का तेल मिलाकर रोजाना गाय भैंस को खिला दें। आप इसे रोजाना खिला सकते हैं। इससे गाय भैंस के दूध में वृद्धि होगी।
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गाय भैंस का दूध बढ़ाने का फोर्मूला
दूध बढ़ाने का फार्मूला: गाय भैंस का दूध बढ़ाने के लिए निचे दी गई मात्रा में सारी सामग्री ले लेनी है। अब सभी सामग्री को कूटकर एक दवा बना लेनी है। इसके बाद शाम के समय में गाय भैंस को यह दवा खिला देना है। आप यह दवा पशु के ब्याने के 15 दिन बाद ही देना शुरू कर सकते हैं। इससे आपकी गाय भैंस का दूध 100% बढ़ेगा, क्योकि में अपनी गाय भैंस को यही दवा बनाकर देता हूँ।
सामग्री | मात्रा |
सौंठ | 50 ग्राम |
तिल | 50 ग्राम |
सफेद जीरा | 50 ग्राम |
सौंफ | 50 ग्राम |
घी | 150 ग्राम |
गुड़ | 150 ग्राम |
गाय भैंस का दूध बढ़ाने का तरीका
भैंस का दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा: गाय भैंस का दूध बढ़ाने के लिए मैं आपको तीन तरीके बताने वाला हूं जिन्हें आप आसानी से कर सकते हैं।
1 ► भैंस का दूध बढ़ाने का एक अच्छा तरीका है। सबसे पहले आपको गेहूं का दलिया लेना है और उसके अंदर पानी डालकर उसे पकाना है। – अब दलिया के अंदर चीनी डाल दें. और इसके अंदर 100 ग्राम सरसों का तेल डाल दें। इसके अंदर 50 ग्राम तारामिरा, मीठा सोडा डाल दें और अब आप इसे पशु को दे सकते हैं। यह जानवरों के पाचन में मदद करता है। इसे शाम के समय पशु को देना चाहिए। तथा देने के बाद पशु को पानी या अन्य कोई चारा नहीं खिलाना चाहिए।
2 ► कुछ लोग भैंस का दूध बढ़ाने के लिए मीठा सोडा का इस्तेमाल करते हैं। वैसे आपको बता दें कि मीठा सोडा आपको नियंत्रित मात्रा में देना है। क्योंकि अधिक मात्रा में मीठा देने से भैंस को नुकसान हो सकता है। आप इसे खली के अंदर मिलाकर भी दे सकते हैं.
3 ► तारामीरा को खिलाने से भैंस का दूध भी बढ़ता है। तारामीरा सरसों परिवार की फसल है। उसमें से तेल निकलता है और जो खाने योग्य होता है। यह कम पानी वाली फसल है जो शुष्क क्षेत्रों में उगती है। यह फसल ऊंटों को भी खिलाई जाती है। भैंस का दूध बढ़ाने के लिए 100 ग्राम तारामीरा लेकर उसमें 250 ग्राम गुड़ मिला लें। सर्दी का मौसम हो तो गुड़ ले सकते हैं, नहीं तो चीनी लेकर भैंस को खिला सकते हैं। जिससे दूध बढ़ेगा।
गाय का दूध बढ़ाने की सबसे सस्ती विधि
गाय का दूध बढ़ाने की सबसे सस्ती विधि: अब एक बर्तन लें और उसमें पानी डालें और उसमें गुड़ डालकर गर्म कर ले। इसके साथ ही इसमें सरसों का तेल डालना है। फिर उसमें नींबू भी डाल देना है। उबालने के बाद उतार लें। अब इसे ठंडा होने के बाद आप इसे आटे में मिलाकर भैंस को दे सकते हैं। इससे भैंस को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं है। इसे आप अपनी भैंस को कितने भी दिनों तक दे सकते हैं। इससे आपकी भैंस के दूध में जरूर बढ़ोतरी होगी।
सामग्री | मात्रा |
गुड़ | 500 ग्राम |
नींबू | 200 ग्राम |
सरसों का तेल | 30 ml |
गाय भैंस का दूध बढ़ाने की दवा
भैंस का दूध बढ़ाने की दवा: Mineral Mixture इसके अंदर कैल्शियम, सल्फर, जिंक, कॉपर, फॉस्फोरस, आयोडीन, हर्ब्स जैसे तत्व पाए जाते हैं। यह चेलेटेड मवेशी हर्बल और खनिज मिश्रण (mineral mixture) दूध उत्पादन में सुधार करता है, प्रजनन क्षमता बढ़ाता है, और युवा बछड़ों, गायों और भैंसों की मदद करता है।
बाजार में कई प्रकार के खनिज मिश्रण (mineral mixture) उपलब्ध हैं। और अपनी आवश्यकता के अनुसार खरीद सकते हैं। यह 5 लीटर से 20 लीटर तक आता है। आप इसे निश्चित मात्रा में पशु को दे सकते हैं। इसे खली के अंदर मिलाकर भी दिया जा सकता है। और कुछ भैंस तो इसे खाती भी नहीं हैं। क्योंकि उन्हें mineral mixture की महक अच्छी नहीं लगती। अगर आपकी भैंस इसे खाने से कतराती है तो आप इसे कम मात्रा में खिला सकते हैं।
गाय भैंस का दूध बढ़ाने का देसी तरीका
सरसों के तेल और आटे से बनी घरेलू दवा: आटे और शुद्ध सरसों के तेल से घरेलू दवा बनाकर गाय-भैंसों को खिलाकर दूध की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। इस दवा को बनाने की विधि इस प्रकार है-
सबसे पहले आपको सरसों का तेल करीब 200 से 300 ग्राम और गेहूं का आटा करीब 250 ग्राम लेना है। अब गेहूं और सरसों के तेल को अच्छी तरह मिलाकर शाम को चारा पानी खिलाने के बाद गाय-भैंसों को दे दें। आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि यह दवा खिलाने के बाद उन्हें पानी बिल्कुल भी न पिलाये। यह भी ध्यान रखें कि यह दवा पानी के साथ भी न पिलाये।
इस दवा को पानी के साथ देने से पशुओं को खांसी हो सकती है। यह दवा आपको सिर्फ 1 हफ्ते तक देनी है उसके बाद इस दवा को बंद कर देना है। इसके अलावा हरे चारे और बिनौला की जो खुराक आप पशुओं को देते आ रहे हैं, उसे भी आपको लगातार जारी रखना है, यानी बंद नहीं करना है।
गाय भैंस का दूध बढ़ाने के लिए संतुलित आहार खिलाए
भैंस का दूध बढ़ाने के लिए क्या खिलाना चाहिए: अगर आप गाय भैंस का दूध बढ़ाना चाहते हैं तो आप अपनी गाय भैंस को संतुलित आहार खिलाए। नीचे हम एक ऐसा तरीका बता रहे हैं जिसकी मदद से आप अपनी गाय भैंस के लिए संतुलित आहार बना सकते हैं।
सामग्री | मात्रा |
अनाज (मक्का, जौ, गेहूं, बाजरा) | 35 प्रतिशत |
खली (सरसों की खली, मूंगफली की खली, बिनौला की खली, अलसी की खली) | 32 किग्रा |
चोकर (गेहूं का चोकर, चने का चूरा, दाल का चूरा, चावल की भूसी) | 35 किलो |
खनीज लवण | 2 किलों |
नमक | 1 किलो |
- अनाज (मक्का, जौ, गेहूं, बाजरा) लगभग 35 प्रतिशत होना चाहिए। एक साथ बताए गए अनाज का 35 प्रतिशत या अकेले एक प्रकार का अनाज हो, खुराक का 35 प्रतिशत दें।
- खली (सरसों की खली, मूंगफली की खली, बिनौला की खली, अलसी की खली) की मात्रा लगभग 32 किग्रा. इनमें से एक खली को अनाज में मिलाया जा सकता है।
- चोकर (गेहूं का चोकर, चने का चूरा, दाल का चूरा, चावल की भूसी) की मात्रा लगभग 35 किग्रा. खनिज लवण की मात्रा लगभग 2 किग्रा, नमक लगभग 1 किग्रा, इन सबको मिलाकर लिखित मात्रा के अनुसार पशु को खिलाया जा सकता है।
अनाज मिश्रण के गुण और लाभ:
◾ गाय-भैंस अधिक समय तक दूध देती हैं।
◾ जानवरों को यह स्वादिष्ट लगता है।
◾ बहुत जल्दी पच जाता है।
◾ यह खल, बिनौला या चने से सस्ता होता है।
गाय भैंस को दिन में कितनी बार पानी पिलाना है
गाय भैंस को पानी की बहुत जरूरत होती है। इसलिए उसे भरपूर पानी देना बहुत जरूरी है।
अगर आप भैंस को बाड़े के अंदर खुली रखते हैं तो आप पानी को एक बड़े टप के अंदर डालकर बाड़े में रख सकते हैं।
अगर भैंस को बांधकर रखते हैं तो उसे दिन में 3 से 4 बार पानी पिलाएं।
अधिक दूध देने वाली भैंस की नस्लें
भैंस कितना दूध देगी? यह उसकी नस्ल पर भी निर्भर करता है। अगर आपके पास अच्छी नस्ल की भैंस है तो इससे आपको अच्छा दूध मिल सकता है। लेकिन अगर आपके पास अधिक दूध देने वाली भैंस की नस्ल नहीं है तो आपको दूध कम मिलेगा। चाहे आप उस भैंस को कितना भी अच्छा खिला दें।
भैंस की नस्ल | दूध देने की क्षमता (महीने) |
मुर्रा भैंस | 1000 लीटर तक दूध |
जाफराबादी भैंस | 1000 लीटर तक दूध |
सुर्ती भैंस | 600 से 1000 लीटर तक दूध |
मेहसाणा भैंस | 600 से 700 लीटर तक दूध |
पंढरपुरी भैंस | 500 से 600 लीटर तक दूध |
चिल्का भैंस | 400 से 500 लीटर तक दूध |
तोड़ा भैंस | 300 से 400 लीटर तक दूध |
भदावरी भैंस | 500 से 600 लीटर तक दूध |
कालाखंडी भैंस | 400 लीटर तक दूध |
नीली रावी भैंस | 500 से 700 लीटर तक दूध |
नागपुरी भैंस | 500 लीटर तक दूध |
बन्नी भैंस | 500 लीटर तक दूध |
ज्यादा दूध देने वाली देसी गाय की नस्लें
भारत में 10 सर्वश्रेष्ठ गाय की नस्ल: गाय पालन हमारे देश में हजारों सालों से होता आ रहा है। भारत में गाय को माता का दर्जा प्राप्त है। जिसे हम गायमाता के नाम से जानते है। आंकड़ों की बात करें तो भारत में गायों की 50 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं।
इसमें से हम आपको सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय की 10 देसी नस्लों के बारे में जानकारी देंगे।
देसी गाय की नस्लें | दूध देने की क्षमता |
साहीवाल गाय | 10-20 लीटर दूध (एक दिन में) |
गिर गाय | 50-80 लीटर दूध (एक दिन में) |
लाल सिंधी गाय | 1800-2200 लीटर दूध (एक साल में) |
हरियाणवी गाय | 8 से 12 लीटर दूध (एक दिन में) |
थारपारकर गाय | 10 से 16 लीटर दूध (एक दिन में) |
राठी गाय | 10-20 लीटर दूध (एक दिन में) |
कांकरेज गाय | 5 से 10 लीटर दूध (एक दिन में) |
हल्लीकर गाय | 240-515 लीटर दूध (एक ब्यांत में) |
दज्जल गाय | —— |
नागौरी गाय | 600-954 लीटर दूध (एक ब्यांत में) |
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