बत्तख पालन कैसे करें | Duck Farming in Hindi 2023

Duck Farming in hindi: बतख पालन यानी डक फार्मिंग (Duck Farming) एक लाभदायक कृषि व्यवसाय है। बत्तख के अंडे और मांस से किसानों को अच्छी आमदनी होती है। पोल्ट्री बिजनेस में चिकन के बाद सबसे ज्यादा बत्तख पालन किया जाता है. इसमें पोल्ट्री फार्मिंग से ज्यादा मुनाफा है।

Batakh Palan

आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि बत्तख पालन कैसे करें? (Duck Farming In Hindi 2023) और बत्तख की नस्ल का चयन कैसे करें?

बत्तख पालन के बारे में जानकारी (Duck farming in Hindi)

वर्तमान समय में जनसंख्या अधिक होने के कारण बेरोजगारी बढ़ती जा रही है आप बतख पालन व्यवसाय कर सकते हैं इसमें मुर्गी पालन व्यवसाय की तुलना में कम खर्चा और अधिक मुनाफा होता है और बाजार में बतख की मांग भी अधिक है इनमें बीमारी भी कम होती है और इसके अंडे और मांस दोनो में विटामिन भरपूर मात्रा में होती है।

बत्तख पालन कैसे करें?

हेलो दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि बत्तख पालन व्यवसाय कैसे शुरू करते हैं और आपको किन-किन सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी।

  • बत्तख पालन व्यवसाय शुरू करने से पूर्व हमें उनके रहने के लिए एक शेड तैयार करने की आवश्यकता पड़ेगी।
  • अगर आपके सैड के पास नदी, नाले नहीं है तो आप बत्तख के लिए 2 मीटर चौड़ाई 5 मीटर लंबाई 1 मीटर ऊंचाई चारों तरफ से टीन लगाकर बाड़ा बना देना है जिससे बत्तख बाहर ना आ सके। और 2 फीट गहरा जमीन खोदकर मिट्टी बाहर निकालकर उसमें पानी भर देंना जिससे बत्तख उसमें आसानी से तैर सके।

बत्तख की नस्ल का चयन कैसे करें?

सर्वप्रथम बत्तख की नस्ल का चयन करने से पहले एक सैड का निर्माण करना चाहिए विश्व भर में बत्तख की अनेक प्रकार की नस्लें पाई जाती है जिसको व्यवसायिक तौर पर कमाई के लिए पालते हैं चलिए आइए हम जानते हैं और कौन सी नस्ल है।

● अंडा उत्पादन की नस्ल

भारत एक ऐसा देश है जहां अंडे को बहुत ही शौक से आमलेट बना कर खाना पसंद करते हैं और भारत में बत्तख की अनेक प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है किंतु अंडे देने में यह नस्लें नंबर वन हैं जिनका नाम खाकी कैंबेल डक्स हैं और इसका रंग हल्का भूरा और सफेद होता है और यह 1 साल में 300 अंडे देती है।

और दूसरी नस्ल वेल्स हार्ली क्विन (Welsh Harlequin) यह नस्ल साल में 290 अंडे देती है और मुर्गी पालन के तुलना से बत्तख पालन कम खर्चीला पड़ता है।

● मीट उत्पादन की नस्ल

भारत देश में मीट अर्थात मांस को खाना बहुत पसंद करते हैं वैसे तो बत्तख की कई प्रकार की नस्लें पाई जाती है लेकिन वाइट पैकिन बत्तख को विशेषकर मांस के लिए पाला जाता है क्योंकि इसका वजन 40 दिन में 2 किलो ग्राम हो जाता है बत्तख का मीट मुर्गी की तुलना में सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता है।

भारत देश में नहीं बल्कि पूरे विश्व भर में बत्तख पालन व्यवसाय किया जाता है और इसे मांस व अण्डे उत्पादन के लिए पाला जाता है मार्केट में मागपाई डक्स इसके मांस का मूल्य ₹450 प्रति किलोग्राम है आप इसका बिजनेस करके लाखों रुपए कमा सकते हैं।

● मीट व अण्डे दोनों उत्पान की नस्ल

कुछ लोग मीट का व्यवसाय करके पैसा कमाना चाहते हैं और कुछ लोग केवल अंडे का व्यवसाय पर पैसा कमाना चाहते हैं अगर आप अंडा व मांस दोनों का व्यवसाय करके पैसा कमाना चाहते हैं तो खाकी कैंबेल डक्स या फिर इंडियन रनर डक्स को पाल सकते हैं।

अगर आप अंडा और मांस दोनों का व्यवसाय करना चाहते हैं तो बफ डक्स (Buff Duck), इंडियन रनर (indian Runner), वेल्स हार्लीक्विन (Welsh Harlequin), मागपाई (Magpie), एनकोना (Ancona) यह जितने भी बत्तख के नाम मैंने आपको बताया है यह अंडे और मांस उत्पादन के लिए बहुत ही अच्छी नस्ल है।

बत्तख के लिए आवास निर्माण

आप बत्तख पालन व्यवसाय के बारे में सोच रहे हैं तो आज मैं आपको बताऊंगा इसके बारे में अगर आप डक फार्मिंग खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको 1000 स्क्वायर फीट की आवश्यकता पड़ेगी

डॉग फार्म खोलने के लिए आपको विशेष रिक्वायरमेंट की आवश्यकता नहीं होती। कि पक्का सैड ही बनाना है आप अपनी इच्छा या बजट के अनुसार भी बत्तख के शेड का निर्माण कर सकते हैं चाहे वह ईट के पक्के मकान, सीमेंट की चादर, टीन की चादर या बास से भी शेड का निर्माण भी कर सकते हैं यदि आप नए फार्मर हैं और आपके पास बजट कम है आप पहली बार बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप बांस और टीन से शेड का निर्माण कीजिए इसमें आपको बहुत कम खर्चा आएगा।

शेड निर्माण करने के लिए सर्वप्रथम आपको बांस चीरकर 1 इंच चौड़ाई और 10 फीट लंबाई मैं काट लेना है फिर उन्हें कील ठोक कर एक बाड़ा बना लेना है जो की एक दीवार का काम करेगा ऐसे हमें चारों दिशाओं में लगा देना है फिर हमें उसके ऊपर हमें टीन या सीमेंट की चारदर बिछा देना है जिससे आपका सेट बनकर तैयार हो जाएगा।

बकरी पालन

बत्तख का आहार प्रबंध

बत्तख एक ऐसा जीव है जो जल में रहना अधिक पसंद करता है पानी में कीड़े मकोड़े और मछलियां पकड़ कर खाता है हम जो भोजन करते हैं रात में बचा हुआ भोजन नहीं फेंकना चाहिए प्रातः काल बत्तख को आहार के रूप में दे देना चाहिए बत्तख को हम मांस व अंडे उत्पादन के लिए पालते हैं इस बात का विशेषकर ध्यान रखे हैं बत्तखो के विकास दर के लिए पौष्टिक आहार देना अनिवार्य है

बत्तख पालन में प्रजनन

अगर आप डक्स फॉर्म खोलना चाहते हैं तो सर्वप्रथम आपको बत्तख के प्रजनन के बारे में जानना अति आवश्यक होता है एक बात बता दु मैं आपको प्रजनन के लिए जल का होना अति अनिवार्य होता है एक नर बत्तख 10 मादा को प्रजनन करने में सक्षम होता है।

अतः उच्च गुणवत्ता वाले बत्तख अपनी आयु 4 महीने से अंडा देना प्रारंभ कर देते हैं बत्तख के अंडे का वजन 40 से 50 ग्राम होता है।

बत्तख के अंडे का भंडारण

डक्स फार्मिंग (Duck Farming) से उत्पादित अंडों का भंडारण करने के लिए एक फ्रिज होना अति अनिवार्य है या ठंडी जगह होनी चाहिए क्योंकि अंडा का तासीर अधिक होता है और उसके खराब होने की संभावना अधिक होती है इसके अतिरिक्त आप अंडों का भंडारण के लिए लाइम वाटर का भी उपयोग कर सकते हैं।

अंडे को सेल बेचने से पहले इन्हें अच्छे से साफ कर लेना चाहिए फार्म हाउस में जमुरिया अंडे देती है तब इनके ऊपर गंदगी वीट लगी होती है इसको पानी से नहीं धोना चाहिए बल्कि स्वच्छ कपड़े से साफ कर देना चाहिए अण्डे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए अंडे को अच्छे से एक गत्ते के बॉक्स में पैक करना चाहिए जिससे यहां टूटे-फूटे ना

बत्तख के मांस व अण्डे की मार्केटिंग

बत्तख के अंडे और मांस की मार्केटिंग करना कोई मुश्किल काम नहीं है यह प्राचीन समय से ही चला आ रहा है लोग अंडे और मांस का सेवन करते आ रहे हैं अधिकतर लोग अंडे का आमलेट बनाकर ब्रेकफास्ट करना पसंद करते हैं अंडे में विटामिन की मात्रा अधिक पाई जाती है।

अंडों की मार्केटिंग

अगर आप अंडे की मार्केटिंग करना चाहते हैं तो आप डक फार्मिंग से अंडे परचेज कीजिए वहां पर आपको बहुत ही सस्ते दामों पर अंडे उपलब्ध हो जाएंगे। आपको एक अंडा ₹3 मैं प्राप्त हो जाएगा आप अपनी आवश्यकता अनुसार अंडे खरीद सकते हैं फिर आप मार्केट में ₹5 उसके अनुसार आप बेच सकते हैं।

बत्तख में होने वाली बीमारी और इलाज

बत्तख ऐसा जीव पक्षी है जिसमें बहुत ही कम बीमारियां होने की संभावना होती है फिर भी हमें इनका खासकर ध्यान रखना चाहिए बत्तख में हैपेटाइटिस नाम की बीमारी होती है यह अधिकतर छोटे बच्चों मैं होती हैं जिनकी आयु 30 दिन की होती हैं जिन्हें गंभीर दस्त लग जाते हैं इसके कारण की मृत्यु हो जाती है।

बीमारी का इलाजः

यदि कोई बत्तख बीमार है तो सबसे पहले हमें एक अच्छे डॉक्टर से इनका चेकअप करवाके इनकी परामर्श से दवाई देना चाहिए यदि आपके नजदीकी कोई डॉक्टर नहीं है तो आप मेडिकल से हेपेटाइटिस का टीका लाकर बत्तख को लगा सकते हैं।

बीमारी के लक्षण:

अफ्लैटॉक्सिकोसिस एक बीमारी का नाम है इस बीमारी में बत्तख की आंखें बंद होने लगती है सुस्तीपन आने लगता है दाना-पानी खाना बंद कर देती है यह अधिक नमी वाले भोजन देने से होता है जिसमें अल्फाटॉक्सिस की मात्रा अधिक पाई जाती है

बत्तख पालन से लाभ और फायदे

बत्तख पालन से होने वाले लाभ फायदे निम्नलिखित इस प्रकार हैं ।

  • बत्तख मुर्गी की तुलना में कम बीमार पड़ते हैं इनको पालने में खर्चा भी कम आता है।
  • बत्तख मुर्गियों से ज्यादा अंडे देती है।
  • बत्तख के अंडे का वजन 40 से 50 ग्राम होता है।
  • बत्तख की नस्ल में खाकी कैंबेल साल में 300 अंडे देती है।
  • बत्तख प्रातः काल अंडे देती है जिससे किसानों को रात भर परेशान नहीं होना पड़ता।
  • बत्तख मुर्गियों के मुकाबले जल्दी ग्रोथ करती है।
  • मुर्गियों को अलग से दाना पानी देना पड़ता है जबकि बत्तख अपना चारा स्वयं ढूंढ कर खाती है।
  • बत्तख जल में कीड़े-मकोड़े, मछलियां, मेंढक आदि को खाकर अपना पेट भरती है।

बत्तख पालन में लागत

आप बत्तख पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और आप यह सोच रहे हैं इसमें कितनी लागत आएगी तो आज मैं आपको बताऊंगा अगर आप डक्स फार्मिंग खोलना चाहते हैं 500 बत्तख से शुरुआत कीजिए।

दूसरी बात बत्तख को जल बहुत प्रिय है उसके लिए आप एक तालाब 20×30 चौड़ाई और 3 फीट गहराई का गड्ढा खुदवा सकते हैं अगर आपके पास पैसा है तो आप जेसीपी से गड्ढा करवा सकते हैं वह 1 घंटे के ₹1000 चार्ज लेता है 3 घंटे में तालाब बना देगा अगर आपके पास पैसा कम है तो आप लेबर या स्वयं भी तालाब बनवा सकते हैं।

सबसे पहले आपको बत्तख के रहने के लिए सेट का निर्माण करने से पूर्व जमीन से 3 फीट की ऊंचाई रखना होगा जिससे बरसात का पानी और सांप कीड़े सैड के अंदर ना आ सके सैड निर्माण के लिए आपको 1000 स्क्वायर फीट की आवश्यकता पड़ेगी। सैड निर्माण करने के लिए जो सामग्रियां चाहिए उनके नाम इस प्रकार है जैसे ईट, सीमेंट की चादर, सरिया, सीमेंट, रेता, जाली आदि साथ ही मिस्त्री और हेल्पर की आवश्यकता पड़ेगी।

बत्तख पालन एक ऐसा व्यवसाय है इसमें बहुत ही कम खर्चा आता है अगर आप (डक्स फार्मिंग बिजनेस) के लिए एक चूजे खरीदते हैं तो एक दूजे का कॉस्ट ₹60 पड़ता है अगर आप 500 चुजें खरीदते हैं 30000 हजार रूपये में खरीद सकते हैं तो 1 साल में आप 1.5 लाख रुपए कमा सकते हैं।

बत्तख पालन में कमाई

बत्तख पालन व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए बहुत ही अच्छा व्यवसाय है जिस प्रकार मछली पालन, मुर्गी पालन व्यवसाय करते हैं ठीक उसी प्रकार आप बत्तख पालन व्यवसाय करके लाखों रुपए कमा सकते हैं बाजार में बत्तख के मांस की किमत ₹350 किलोग्राम है।

सबसे पहले आपको बत्तख के चूजे खरीदकर उन्हें दाना पानी देना होगा फिर वह 6 महीने में अंडा देने के लिए तैयार हो जाते हैं और एक बत्तख साल भर में 300 अंडे देती है इनके अंडे पर मोटी झिल्ली होती है जिसके कारण अण्डे कम टुटते-फुटते है बत्तख का एक अण्डा 8 रूपये में बिकता है आप निसंकोच होकर बत्तख पालन व्यवसाय शुरू कर सकते है।

लागत- बतख पालन व्यवसाय में बहुत ही कम पैसा खर्च होती है. एक साल में 1,000 चूजों की कीमत 1-1.5 लाख रुपये होती है। इससे पशुपालक प्रति वर्ष 3-4 लाख रुपये कमाते हैं।

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको “बत्तख पालन कैसे करें| Duck farming in Hindi 2023” इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है। आप हमें कमेंट करके बताएं कि आप किस नस्ल की बत्तख का पालन करते हैं?

अगर आपको बकरी पालन से संबंधित कोई प्रश्न पूछना है, तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है, तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

यह पोस्ट केसी लगी?
+1
1
+1
0
+1
0

अपना सवाल/सुझाव यहाँ बताये