देसी मुर्गी पालन कैसे करें? [अक्टूबर 2023] | Desi Murgi Palan in Hindi

Desi Murgi Palan Ki Jankari: भारत में देसी मुर्गी पालन व्यवसाय बहुत लोकप्रिय व्यवसाय माना जाता है। मुर्गी पालन (पोल्ट्री फार्मिंग) के बिजनेस में आप दो तरह की मुर्गियों का पालन करके पैसा कमा सकते हैं। पहला सामान्य मुर्गी पालन और दूसरा देसी मुर्गी पालन। आप कम जगह में भी देसी मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं। इस व्यवसाय को शुरू करने में बहुत ही कम लागत और कम पूंजी की आवश्यकता होती है। भारत, चीन और अमेरिका के बाद अंडा उत्पादन में 3वें और मांस उत्पादन में 5वें स्थान पर है।

मुर्गी पालन को पोल्ट्री फार्मिंग या कुक्कुट पालन भी कहा जाता है। यदि आप सही प्रशिक्षण/Training लेकर मुर्गी पालन व्यवसाय को शुरू करते हो, तो मुर्गी पालन से ज्यादा मुनाफा लिया जा सकता है। बाजार में देसी मुर्गे के अंडे और मीट बहुत महंगे बिकते हैं जिनसे अच्छा पैसा कमाया जा सकता है।

Desi Murgi Palan

आज इस पोस्ट में देसी मुर्गी पालन कैसे करें? (Deshi Murgi Palan Kaise Karen?) इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।

घर पर देसी मुर्गी का पालन कैसे करें?

अगर आपके घर में ज्यादा जगह है, तो आप आसानी से अपने घर में देसी मुर्गियों को पाल सकते हैं। अगर आपके घर में जगह कम है और घर की छत बड़ी है तो आप वहां पर भी देसी मुर्गियों को पाल सकते हैं।

लेकिन मुर्गी पालन में मुर्गियों के लिए ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां वे आराम से रह सकें।

इसके अलावा सिर्फ आपको मुर्गियों के लिए पौष्टिक आहार पर ध्यान देना होगा, क्योंकि मुर्गियों से जो अंडे और मांस उत्पादन किया जाता है वह उनके खान-पान पर निर्भर करता है

इस तरह से देसी मुर्गी पालन घर में भी किया जा सकता है। 

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देसी मुर्गी पालन कैसे करें? 2023 (Desi Murgi Palan Kaise Kare)

देसी मुर्गी पालन करने के लिए मुर्गीपालक के पास जमीन होनी चाहिए, क्योंकि देसी मुर्गियों को पालने के लिए Farm बनाना होगा। अगर आपके पास जमीन नहीं है, तो आप देसी मुर्गी पालन अपने घर पर भी कर सकते हैं, इसके बारे में हमने आपको ऊपर बताया है। लेकिन आपके पास अलग से जमीन का टुकड़ा है तो आप उस पर अधिक संख्या में मुर्गियां पाल सकते हैं। जिससे आपको ज्यादा मुनाफा होगा।

आपको मुर्गियों को ठंड, गर्मी और बारिश से बचाने के लिए भी उचित व्यवस्था करनी होगी, ताकि मुर्गियां मौसम की वजह से बीमार न पड़ें। क्योंकि मुर्गियों में बीमारी होने पर आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है।

मुर्गियों को पोषित आहार देना चाहिए, यदि आप मुर्गियों को अच्छा पोषित आहार देंगे तो उनका विकास भी उतना ही अच्छा होगा। बाजारों में मुर्गियों के लिए पौष्टिक आहार आसानी से मिल जाता है। जिसे खरीद कर आप अपनी मुर्गियों को दे सकते है। अगर आपके पास खरीदने के लिए पैसे नहीं है, तो आप इस आहार को अपने घर पर भी बनाकर खिला सकते हैं।

Note: आहार बनाते समय एक बात का ध्यान रखें कि आहार दूषित न हो और उसमें कोई हानिकारक चीज न मिल हो। खराब और हानिकारक आहार भी मुर्गियों की मौत का कारण बन सकता है।

देसी मुर्गी पालन के फायदे (Desi Murgi Palan Ke Fayde)

देसी मुर्गी पालन के निम्नलिखित फायदे हैं:

  • देसी मुर्गा मुर्गी का मांस बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है.
  • बाज़ारो में अन्य मीट के मुकाबले देसी मुर्गा मुर्गी की सबसे ज्यादा डिमांड है।
  • देसी मुर्गियां लागत से करीब दोगुना तक मुनाफा देती हैं।
  • मुर्गीपालक इसका पालन बैकयार्ड मुर्गी के रूप में भी कर सकते है।
  • गरीब किसान देसी मुर्गी पालन को कमाई का जरिया बना सकते हैं।
  • देसी मुर्गी पालन का व्यवसाय आप कम लागत में भी कर सकते है।
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देशी मुर्गी की नस्लें (Desi Murgi Ki Nasle)

देसी मुर्गियों (desi murgi) की कई नस्लें होती हैं। इनमें से हम आपको मुख्य नस्लों (ग्रामप्रिया, श्रीनिधि और वनराजा) के बारे में जानकारी देंगे:

ग्रामप्रिया: ग्रामप्रिया नस्ल की मुर्गियां मीट और अंडा दोनों उत्पादन करती है। इन मुर्गियों के मीट का इस्तेमाल ज्यादातर तंदूरी चिकन बनाने में किया जाता है। इनका वजन लगभग 1500 ग्राम से 2000 ग्राम तक होता है। ग्रामप्रिया मुर्गी एक साल में 210 से 225 अंडे देती है। जिसमें एक अंडे का वजन 57 से 60 ग्राम होता है और अण्डों का रंग भूरा होता है।

श्रीनिधि: श्रीनिधि मुर्गियों की नस्ल मीट और अंडे इन दोनो के लिए अच्छी मानी जाती है। इनका का वजन 2.5 से 5 किलोग्राम तक होता है। श्रीनिधि मुर्गी गाँव की मुर्गियों की तुलना में ज्यादा वजनदार होता है। इस नस्ल की मुर्गियों का जल्दी विकास हो जाती है और कम समय में ज्यादा मुनाफा देती हैं।

वनराजा: वनराजा देसी मुर्गी की नस्ल काफी अच्छी मानी जाती है। इस नस्ल की मुर्गियों एक साल में 120 से 140 अंडे देती हैं। इस मुर्गी के अंडे और मीट अच्छा मुनाफा देते हैं। हालाँकि अन्य नस्लों की तुलना में यह नस्ल थोड़ी कम सक्रिय है।

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देसी मुर्गी पालन की शुरूआत कैसे करें?

मुर्गी पालन करने के लिए सबसे पहले आपको इसके बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए। नहीं तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है। यदि आप व्यावसायिक स्तर पर मुर्गी पालन करना चाहते हैं तो जिले के कृषि विज्ञान केंद्र या पशुपालन विभाग से अवश्य संपर्क करें।

देसी मुर्गी पालन व्यवसाय की शुरूआत करने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता नहीं होती है। इस व्यवसाय को आप घर की खाली जगह, आंगन या खेत में भी शुरू कर सकते हैं। और आसानी से देसी मुर्गी पालन व्यवसाय कर सकते हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दे कि, इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं भी चलाई जाती हैं, जिसके लिए आप पशुधन विभाग से संपर्क कर सकते हैं. इसके लिए आप देसी मुर्गी पालन योजना के तहत लोन भी ले सकते हैं, जिसके लिए सरकार सब्सिडी भी देती है।

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देसी मुर्गी पालन के दौरान ध्यान में रखने योग्य बाते

यदि कोई मुर्गीपालक छोटे स्तर पर देसी मुर्गी पालन (desi murgi palan) करता हैं तो उसके लिए शेड बनाने की कोई आवश्कता नहीं है, लेकिन अगर बड़े स्तर पर व्यवसायिक तौर पर करना है तो आपको शेड के अलावा अन्य वैज्ञानिक तरीकों को अपनाना होगा।

यदि योजनाबद्ध तरीके से देसी मुर्गी पालन (desi murgi palan) किया जाए तो कम लागत में ज्यादा कमाई की जा सकती। आपको बस तकनीकी बातों पर ध्यान देना होगा। अगर आप मुर्गियों के रख-रखाव में लापरवाही करते हैं। तो आपको मुर्गी पालन में नुकसान हो सकता है तथा मुर्गियों की मोत भी हो सकती है। 

तकनीकी बातों पर ध्यान देने के लिए फार्म बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि फार्म ऐसे स्थान पर हो जहां पानी बिजली की पर्याप्त व्यवस्था हो तथा फार्म गाँव या शहर से बाहर मेन रोड से दूर होना चाहिए। फार्म को जमीन से ऊंचाई पर बनाएं, ताकि फार्म में जल-जमाव न हो।

जिस जगह पर आप पोल्ट्री फार्म (poultry farm) कर रहे हो, उस जगह पर कोई दूसरा पोल्ट्री फार्म नहीं होना चाहिए और पोल्ट्री फॉर्म की लंबाई पूर्व से पश्चिम की ओर होनी चाहिए। फार्म की ऊंचाई 12 फीट व साइड में 8 फीट हो। फार्म की चौड़ाई अधिकतम 25 फीट तथा शेड का अंतर न्यूनतम 20 फीट होना चाहिए। पोल्ट्री फॉर्म का फर्श पक्का होना चाहिए।

एक ही नस्ल के चूजों को हमेशा शेड में रखना चाहिए। ऑल-इन-ऑल-आउट पद्धति का पालन करने के साथ-साथ बर्तनों की साफ-सफाई पर ध्यान दें। शेड में बाहरी लोगों का प्रवेश वर्जित होना चाहिए और साथ ही कुत्तों, चूहों, गिलहरियों से मुर्गियों की देखभाल की जानी चाहिए। मृत चूजों और टीके की खाली बोतलों को जलाकर नष्ट कर दें।

शेड के बाहर समय-समय पर दवाओं का छिड़काव और टीकाकरण के नियमों का पालन करें।

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देसी मुर्गी पालन के लिए प्रशिक्षण

नीचे का फोटो भेजोयदि आपको मुर्गी पालन कि थोड़ी सी भी जानकारी नहीं है, तो देसी मुर्गी पालन शुरू करने से पहले प्रशिक्षण/training लेना बहुत जरूरी है। अगर आपने पहले मुर्गी पालन किया है तो आप बिना प्रशिक्षण के भी देसी मुर्गी पालन कर सकते हैं। आज के समय में कई संस्थान मुफ्त में मुर्गी पालन प्रशिक्षण करा रही हैं और सभी राज्यों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में भी मुर्गी पालन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

देसी मुर्गी पालन के लिए लोन (Murgi Palan Loan Kaise Le)

देसी मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं में एक देसी मुर्गी पालन लोन योजना भी शामिल है। अगर आप देसी मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो आप किसी भी बैंक में जाकर देसी मुर्गी पालन के लिए लोन अप्लाई कर सकते हैं और लोन लेकर आप देसी मुर्गी पालन शुरू कर सकते हैं।

Desi Murgi Palan loan

देसी मुर्गी पालन पर सरकार आपको 0% ब्याज दर पर लोन देती है। इसके अलावा लोन पर सब्सिडी भी दी जाती है। जिसमें सामान्य वर्ग (General Category) के लोगों को 25% और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग (SC/ST Category) के लोगों को 35% तक की सब्सिडी दी जाती है।

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देसी मुर्गी पालन से कमाई

अगर आप छोटे स्तर पर पोल्ट्री फार्मिंग शुरू करते हैं तो इसमें कम से कम 50,000 रुपये से 1.50 लाख रुपये तक का खर्च आएगा। कमाई की बात करें तो मुर्गियों के चूजे करीब 8 से 10 हफ्ते में 15 से 25 किलो के हो जाते हैं। जिन्हें बाजार में अच्छा पैसा मिलता है।

यदि आप 50 देसी मुर्गियों का पालन करते हैं। तो प्रतिदिन मुर्गी के अंडे बेचकर 300 से 700 रुपए कमा सकते हैं। लेकिन लग अलग राज्यों में मुर्गी के अंडों की कीमत कम ज्यादा हो सकती है।

देसी मुर्गी पालन कैसे करें?- निष्कर्ष

देसी मुर्गी पालन एक बहुत ही अच्छा व्यवसाय है आज हमने आपको देसी मुर्गी पालन के बारे में पूरी जानकारी दी है। जैसे- देसी मुर्गी पालन कैसे करें, देसी मुर्गी पालन के लिए लोन कैसे लें?

अगर आप देसी मुर्गी पालन से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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