आज के इस लेख में हम आपको बकरी के दस्त की दवा, बकरी में दस्त के लक्षण और बकरी के दस्त का घरेलू इलाज के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। बकरियों में दस्त एक गंभीर बीमारी है। अगर समय रहते इस बीमारी इलाज नहीं किया गया तो बकरी की मौत हो सकती है।

बकरियों में होने वाली 70 प्रतिशत बीमारियां साफ-सफाई का ठीक से ध्यान न रखने के कारण होती हैं। इसलिए आपको अपनी बकरियों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको किसी तरह का नुकसान न हो। अगर बकरियों में कोई बीमारी है तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
बकरी में दस्त के लक्षण (Symptoms of Diarrhea in Goat)
बकरी को दस्त है, या नहीं? इसे जानने का सरल उपाय यह है कि बकरी की मिंगनी जब पतले तरल पदार्थ में बदल जाती है तो उसे दस्त कहते हैं। इसके अलावा बकरी बार-बार तरल पदार्थ को बाहर निकालती है। ऐसे में बकरी की भी मौत हो सकती है। अगर समय रहते इसका इलाज नहीं कराया गया तो समस्या बहुत बढ़ सकती है।
दस्त रोग कई प्रकार के होते हैं। जिनके बारे में हम नीचे बात करने जा रहे हैं। कभी-कभी बकरियों में किसी अन्य रोग के कारण भी दस्त हो सकता है।
बकरी के दस्त का इलाज करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि बकरी को सामान्य दस्त है या यह किसी संक्रमण के कारण हो रहे है। आपको उसी के अनुसार इलाज करना होगा।
सबसे पहले बकरी को सीधा खड़ा कर लें और फिर हाथों से बकरी के पेट पर मारें। दोनों तरफ मारने की कोशिश करें। अगर बकरी के पेट में पानी बोल रहा है तो बकरी को खाने-पीने की वजह से बदहजमी की शिकायत है.
इसके अलावा अगर बकरी के पेट में पानी नहीं बोलता है तो इसका मतलब उसे इंफेक्शन हो सकता है। जिसमें बकरी के दस्त में खून भी आ सकता है। इसके लिए आप नीचे बताए गए तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं। और अगर जल्द ही बकरी को आराम नहीं मिलता है तो आपको नजदीकी पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
- खूनी दस्त को रोकने में एम्परोलियम (Amprolium) सबसे प्रभावी उपचार पाया गया है। शरीर के वजन के पांच पाउंड प्रति 1 ml या शरीर के वजन के तीन पाउंड प्रति 1 ml उपचार के लिए दिया जा सकता है लेकिन इससे पहले एक डॉक्टर से परामर्श किया जाना चाहिए।
बकरी के दस्त की दवा (Goat Diarrhea Medicine)
अगर आपकी बकरी को दस्त की समस्या है तो बकरी के दस्त की दवा के बारे में हमें आपको निचे बताया है:

Ofloxacin And Ornidazole Tablets
बकरियों में दस्त रोकने में ओफ़्लॉक्सासिन और ऑर्निडाज़ोल की गोलियां (Ofloxacin And Ornidazole Tablets) कारगर हैं। इस टैबलेट को आप किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं।
- 15 दिन के बच्चों को आधी गोली दें।
- 15 से 1 महीने के बच्चों को एक गोली दें।
- एक साल तक के बच्चों को डेढ़ गोली दें।
Cflox-TZ
cflox-tz छोटी बकरियों और बड़ी बकरियों के दस्त रोकने के लिए आप यह दवा दे सकते हैं। छोटी बकरियों को एक गोली और बड़ी बकरियों को आप दो गोलियां दे सकते हैं। एक दिन आप यह गोली बकरी को दे देना। जिससे दस्त बिल्कुल बंद हो जाते हैं।
Sulfadiazine
Sulfadiazine (सल्फाडियाजाइन) 5 ग्राम से 0.5 ग्राम तक बाजार में उपलब्ध है। छोटी बकरी को आधी गोली दें। और एक साल की बकरी को एक गोली दे। और 5 ग्राम की आधी गोली बड़े बकरे को। आप ये दोनों गोलियां बकरी को दे सकते हैं। यह गोली खिलाने से बकरी के दस्त बंद हो जाएंगे
Biotrim- im
बकरी में दस्त रोकने के लिए बायोट्रिम-इम (Biotrim- im) इंजेक्शन भी दिया जा सकता है। अगर गोली बकरी के इंजेक्शन से ठीक नहीं होती है। अगर बकरी के बच्चे का वजन 20 किलो से ऊपर है तो आप उसे 1/2 मि.ली. और बड़ी बकरी को 2ml तक दे सकते है. इसे आप बकरी को सुबह शाम दे सकते हैं।
बकरी के दस्त का घरेलू इलाज (Home Remedies for Goat Diarrhea)
अगर आपकी बकरी को दस्त (डायरिया) की समस्या है तो बकरी के दस्त के घरेलू इलाज के बारे में हमें आपको निचे बताया है।

लौंग को खिलाएं
पशुओं को लौंग भूनकर खिलाने से भी दस्त की समस्या दूर हो जाती है। छोटी बकरी को दस्त होने पर सिर्फ एक लौंग दें और बड़ी बकरी को दो से तीन लौंग दी जा सकती हैं।
सत्तू का प्रयोग
सत्तू 30 ग्राम और गुड़ 10 ग्राम। चने और जौ का सत्तू ले सकते हैं। दोनों को अच्छे से मिला लें और फिर बकरी को दिन में दो से तीन बार खिलाएं। इससे बकरी के बकरी के दस्त बंद हो जाएगा।
बबूल के पत्तों का प्रयोग
गांवों में बबूल आसानी से मिल जाता है। इसके पत्ते लेकर पानी में अच्छी तरह उबाल लें। इस दौरान थोड़ा सा जीरा भी लें और इसे पीसकर इसके अंदर डाल दें। फिर इस काढ़े को अच्छी तरह से छान लें। इसके बाद बकरी को इसका रस दिन में दो बार पिलाना है। ऐसा करने से बकरी के दस्त बंद हो जाएंगे। यह बहुत ही कारगर इलाज है।
चाय की मदद से बकरी का दस्त रोकना
हमारे घर में चाय आसानी से मिल जाती है। सबसे पहले आपको 30gm चाय लेनी है और फिर इसे पानी में अच्छे से उबाल लेना है। फिर इसे ठंडा करके बकरी को पीला दें। ऐसा करने से बकरी के शरीर में पानी की कमी दूर हो जाएगी और दस्त बंद हो जाएंगे।
बकरीयों के दस्त का देसी इलाज
बकरी को छाछ और हल्दी दें: अगर बकरी दस्त से पीड़ित है तो उसे छाछ और हल्दी पिलाएं। गर्मी का मौसम हो तो ही इसका इस्तेमाल करें। एक गिलास छाछ में हल्दी मिलाकर किसी भी तरह बकरी को खिला दें। आपकी बकरी को आराम मिलेगा।
बकरी के दस्त रोकने के उपाय (Remedies for Goat Diarrhea)
अगर बकरियों पर थोड़ा सा ध्यान दें तो उन्हें दस्त होने से रोका जा सकता है। बकरियों में दस्त होने के कई कारण अक्सर जिम्मेदार होते हैं। आमतौर पर अगर हम बकरियों के रहने की जगह को साफ सुथरा नहीं रखते हैं, तब भी उन्हें दस्त हो सकता है। बकरी के दस्त रोकने के उपाय के बारे में निचे बताया गया है:

बकरियों की डिवोर्मिंग जरूर करवाएं (Deworming of Goats)
अगर बकरियों को समय पर डिवर्मिंग (कृमिनाशक) नहीं मिलती है तो उनके पेट में कीड़े पनप जाते हैं। जो बाद में दस्त का कारण बनता है। इससे पेट में कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं। इसलिए हर 6 महीने में एक बार बकरी को कृमिनाशक दवा जरूर पिलाएं। खासकर बकरी के छोटे बच्चों को कृमिनाशक दवाई देना बहुत जरूरी है।
व्यर्थ फ़ीड को नियमित रूप से हटाना
आमतौर पर देखा गया है कि कुछ लोग लंबे समय तक चारे में से बेकार फीड को नहीं हटाते हैं। और नमी मिलने के बाद वहां कई प्रकार के परजीवी विकसित हो सकते हैं इसलिए समय-समय पर व्यर्थ आहार को हटाते रहें।
बकरी के फर्श को साफ और सूखा रखें
बेहतर होगा कि आप बकरी को पक्के फर्श पर न बांधें। क्योंकि पेशाब करने से फर्श गीला हो जाएगा। और यह नहीं सूखेगा और अगर नहीं सुखाया तो वहां कई परजीवी पनप सकते हैं। बकरी को हमेशा सूखी जमीन पर ही बांधे और अगर जमीन गीली है तो आप वहां सूखी मिट्टी डाल सकते हैं। इसके अलावा समय-समय पर गंदगी को साफ करते रहें।
बकरी को साफ पानी पिलाएं
अगर बकरी को खराब पानी पिला दिया जाए तो परजीवी बकरी के पेट में भी जा सकता है। इस कारण पशुओं के पानी के बर्तनो को समय-समय पर साफ करने की सलाह दी जाती है। और आप इसमें दवा भी छिड़क सकते हैं। ताकि परजीवी मर जाए।
बकरी फार्म में दस्त की गोलियां रखें
अगर आपका बकरी फार्म है तो आपको अपने फार्म में दस्त की गोलियां रखनी चाहिए। इसका फायदा यह है कि जब भी बकरी को दस्त हो जाए तो आप उसका तुरंत इलाज कर सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम किसी काम में व्यस्त रहते हैं और इस वजह से बकरी के लिए दस्त की दवा नहीं ला पाते हैं. ऐसे में बकरी की हालत और भी खराब हो जाती है।
बकरी के खाने पीने पर ध्यान दें
बकरी में दस्त होने का कारण यह है कि आप अक्सर उसे कुछ गलत चीजें खिला देते हैं। जिससे उन्हें अपच की समस्या हो जाती है। कुछ लोग बकरियों को मिठाई आदि खिलाते हैं या अधिक रोटी खिलाते हैं जो बकरियों के लिए हानिकारक होती है। आपको बता दें कि मनुष्य जो स्वादिष्ट खाना खाता है वह बकरियों के लिए उपयुक्त नहीं होता है। इसलिए बेहतर होगा कि इन्हें न ही खिलाएं।
बकरी के बच्चे को ज्यादा दूध न पिलाएं
अगर बकरी का छोटा बच्चा है तो उसे बकरी का ज्यादा दूध कभी न पीने दें। क्योंकि इससे उसे दस्त की शिकायत हो सकती है। बच्चे को कम दूध पिलाएं। खासतौर पर उतनी जितनी जरूरत हो। नहीं तो बकरी का बच्चा इसे हजम नहीं कर पाएगा।
बकरी के खाने में नमक डालें
बकरी के खाने में नमक मिला देना चाहिए। इसके लिए आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। बकरी को सेंधा नमक देने से उसे बदहजमी की समस्या नहीं होगी। और बकरी को दस्त भी नहीं होगा।
बकरी के बच्चे को मिट्टी खाने से रोके
मिट्टी खाने से बकरी के बच्चे में दस्त भी हो सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि बकरी के बच्चे मिट्टी खाने लगते हैं और हमें पता भी नहीं चलता, बाद में बच्चे को दस्त हो जाते हैं। जब बकरी के बच्चे मिट्टी खाते हैं तो उनके पेट में कीड़े हो जाते हैं। जो दस्त का कारण बनता है।
बकरी से संबंधित जानकारी
- बकरी की भूख बढ़ाने का बेहतरीन तरीका, बकरी की भूख बढ़ाने की दवा
- बकरी पालन के लाभ और नुकसान, बकरी पालन से कमाई
- बकरियों के बच्चों (मेमनों) का आहार प्रबंधन
- बकरियों का आहार प्रबंधन, गाभिन बकरियों का आहार
- बकरी के बच्चे को किया खिलाये, कहा से ख़रीदे, बीमारी और इलाज
बकरी के दस्त का कारण
बकरी को दस्त कई कारणों से हो सकता है। यह बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ, वायरस, कीड़े, तनाव, विषाक्त पदार्थों और भोजन के कारण हो सकता है। बकरियों में दस्त होने के कारण नीचे दिए गए हैं:
बकरी के भोजन मे अचानक से परिवर्तन होना
बकरी के भोजन में अचानक परिवर्तन हो जाए तो उसे दस्त की समस्या हो सकती है। आप लगातार बकरी को जो भी भोजन दे रहे हैं। अगर आप एक ही चीज देते रहते हैं, अगर आप भोजन में बदलाव करते हैं, तो बकरी इसे पचा नहीं पाती है, तो उसे दस्त हो सकते हैं।
उदाहरण के लिए यदि आपके पास एक बकरी है और आप उसे दाना (अनाज) देना शुरू करते हैं तो पहले कम से कम दाना देना शुरू करें, अगर आप अचानक उसे अधिक दाना दे देंगे तो उसे दस्त हो सकते हैं। इसी तरह बकरी के बच्चे को ज्यादा दूध न पीने दें, नहीं तो दस्त की समस्या हो सकती है।
बकरी के पेट मे कीड़े होना
बकरियों में पेट के कीड़े भी दस्त का कारण बन सकते हैं। अगर बकरी को कीड़े की समस्या है, तो दस्त होना संभव है। और अगर आपने बकरी को कृमिनाशक गोली दी है, तो हो सकता है कि कीड़े इसके प्रतिरोधी हो गए हों। मूल रूप से, कीड़े वाली बकरी को दस्त या एनीमिया या दोनों हो सकते हैं। जबड़े (बॉटल जॉ) के नीचे सूजन भी कीड़े का लक्षण हो सकता है। बकरी के पेट में कीड़े होने के लक्षण दिखे तो उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
दवाओं की वजह से दस्त होना
कभी-कभी जब हम बकरी को कोई दवा देते हैं तो इससे दस्त भी हो सकते हैं। अगर आप बकरी को दवा दे रहे हैं और उसे दस्त हो जाते हैं तो दवा बंद कर देनी चाहिए और उसके बाद डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। उसके बाद ही कुछ करना चाहिए।
बकरियों में दस्त से संबंधित कुछ प्रश्न
क्या बकरी को अधिक गुड़ देना दस्त का कारण हो सकता है?
हां, बकरी को अधिक गुड़ देने से दस्त लग सकते हैं। गुड़ बकरी के शरीर में गर्मी पैदा करता है। अधिक गुड़ बकरियों में दस्त का कारण बन सकता है।
हरा चारा अधिक खाने से बकरी को दस्त की समस्या हो गई है। इसका उपाय क्या है?
अगर आपकी बकरी ज्यादा हरा चारा खा रही है तो संभव है कि उसका पेट खराब हो गया हो। आप बकरी को छाछ में हल्दी मिलाकर दे सकते हैं। और सूखा चारा खिलाएं। पहले बकरी के पेट को हिलाएं और देखें कि उसका पेट खराब है या कोई और समस्या है। अगर बकरी में कोई और इंफेक्शन हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
बकरी के बच्चे में दस्त रोकने का उपाय?
बकरी के बच्चे को दस्त हो रहे हैं तो इसके लिए एक आसान सा उपाय आजमाया जा सकता है। दो चम्मच चाय को पानी में उबालें और फिर उस पानी को ठंडा कर लें। इसमें एक चम्मच हल्दी और एक चम्मच मेंहदी डालें। अब इस पाउडर को इंजेक्शन की मदद से बकरी के बच्चे को दिया जा सकता है। इससे बकरी के बच्चे का दस्त बंद हो जाएगा।
निष्कर्ष/ Conclusion
आजके इस आर्टिकल में हमने आपको बकरी के दस्त की दवा, बकरी में दस्त के लक्षण और बकरी के दस्त का घरेलू इलाज इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है।
आप हमें कमेंट करके बताएं कि आप बकरी के बच्चों को इस प्रकार का आहार देते हैं और बकरियों के दस्त का इलाज कैसे करते हो?
अगर आप बकरी पालन से संबंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न पूछना चाहते हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताये